Tirupati Balaji Laddu News Today
दोस्तों आज हम Tirupati Balaji Laddu News के बारे में जानकारी देखने वाले है। तिरुपति बालाजी मंदिरआंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुपति के पास तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित है। यह भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर है। यहा हर साल लाखों लोग दर्शन के लिए आते रहते है। इस मंदिर की ख्याति तिरुपति बालाजी के रूप में है और यहां भगवान विष्णु की पूजा होती है। इस मंदिर की तरह ही यहा मिलने वाले तिरुपति बालाजी के प्रसाद की भी दुनिया भर में ख्याति है।
इसकी चर्चा हमेशा होती रहती है। इस मंदिर में प्रसाद के तौर पर खास तरह का लड्डू (Tirupati Balaji Laddu) चढ़ाया जाता है। जो इस मंदिर के ‘सीक्रेट रसोई’ में बनाया जाता है। जिसे भाविक बड़े पसंद करते है। लेकिन यह लड्डू इन दिनों सुर्खियों में है। और इसकी खबरे सोशल मीडिया और न्यूज चैनल पे चल रही रही है।
क्यों की पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ये दावा किया था कि पिछली सरकार के दौरान लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी। और उनके इस बयान के बाद यह खबर एकदम आग की तरह फ़ाइल है। उनके दावे के बाद नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने लड्डू में चर्बी और बीफ मिले होने की पुष्टि की है। बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, तिरुपति मंदिर का लड्डू बनाने में मछली का तेल, बीफ और चर्बी का इस्तेमाल किया गया है।
प्रसाद के तौर इन लड्डुओं का वितरण न केवल श्रद्धालुओं के बीच किया जाता है, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के तौर पर यही लड्डू चढ़ाया जाता है। इस खुलासे के बाद से ही न सिर्फ आंध्र प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है, बल्कि दुनिया भर में करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पहुंची है। और हर कोई इस खबर से गुस्से में है। Tirupati Balaji Laddu News की कूच खास जाणकारी देखणे को मिलने वाली है।
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Tirupati Balaji Laddu News Hindi
क्या है पूरा मामला और आखिर कैसे सामने?
Tirupati Balaji Laddu News: इस मंदिरों के प्रसादों की क्वालिटी को लेकर भी भक्तों के मन में सवाल डाल दिए हैं। इसी बीच खबर आ रही कि जुलाई 2023 में सरकारी डेयरी कंपनी को यह ठेका न देकर तत्कालीन सरकार ने एक टेंडर निकाला, जिसके जरिए एक प्राइवेट कंपनी को इसका ठेका दिया गया। हालांकि मंदिर प्रशासन की ओर से बार-बार लड्डू के स्वाद व क्वालिटी को लेकर शिकायत की गई, फिर इस पर चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने संज्ञान लिया और इसे लैब टेस्ट के लिए भेजा।
समझें कैसे हुआ ये कांड?
Tirupati Balaji Laddu News: जब लैब टेस्ट की रिपोर्ट में लड्डू में फिश ऑयल, बीफ फैट और एनिमल टैलो के अंश पाए गए। जिसके बाद इस मामले ने देश में एक नई बहस छेड़ दी है। ऐसे में आइए समझते हैं कि कैसे सरकारी डेयरी कंपनी ने घी सप्लाई करने से इनकार कर दिया था। बात 2023 की है जब सरकारी डेयरी कर्नाटक मिल्क फेडरेशन ने 320 रुपये की कीमत पर घी सप्लाई करने से इनकार कर दिया और टेंडर से बाहर हो गई।
तो सरकार ने टेंडर निकाला। इसमें कई कंपनियों ने भाग लिया, लेकिन इन टेंडर में 5 निजी कम्पनियों को सप्लाई का ठेका दिया गया। इन पांच कंपनियों में से एक तमिलनाडु की एक कंपनी AR डेयरी एंड एग्रो फूड्स ने 320 रुपये लीटर घी देने का टेंडर दिया उसका टेंडर स्वीकार कर लिया गया।
कुछ दिन बाद जब सत्ता बदल गई तो इस बात की शिकायत आई कि लड्डू के स्वाद और गुणवत्ता में कमी आई। इसके बाद TTD ने एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया कमेटी ने सभी 5 सप्लायर्स के घी को टेस्ट करने के लिए कहा। AR डेयरी एन्ड एग्रो फ़ूड के सैम्पल में इंटरनल तौर पर गड़बड़ी पाई गई। जिसके बाद बचे हुए 4 टैंकर्स को अलग कर दिया गया।
और इनमें से 2 टैंकर के सैम्पल को 6 जुलाई और बाकी 2 टैंकर के सैम्पल को 12 जुलाई को गुजरात के नेशनल डेयरी डेवेलपमेंट बोर्ड के लैब में टेस्ट के लिए भेजा गया, जहां से जो रिज़ल्ट आया उसने सबको हैरान कर दिया। तब जाके यह पूरा मामला सामने आया है।
Tirupati Balaji Laddu History
Tirupati Balaji Laddu News: अगर हम इस प्रसाद दे इतिहास की बात करे तो इस प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू जिसे पनयारम भी कहते है, इसका इतिहास लगभग 300 साल से भी ज्यादा पुराना है। यानि की यह प्रसाद पिछले 300 सालों से बनाया जा रहा है। इसकी प्रसाद की खास बात यह है कि ये कई दिनों तक खराब नहीं होता है। यहां आने वाले सभी श्रद्धालु इस प्रसाद को चखने का आंदन लेना चाहते हैं। तिरुपति बालाजी में भगवान को चढ़ाए जाने वाले लड्डू एकदम ताजा होते है।
यहां हर दिन लगभग आठ लाख लड्डू बनाए जाते है। लड्डू बनाने के लिए मंदिर परिसर में एक खास जगह तय है जिसे सीक्रिट रसोई भी कहते है। इसे बनाने वाले रसोइये भी अलग हैं, यांनी कोई भी अन्य आदमी इस प्रसाद को नहीं बनाता। जो लोग चुने गए है वही इस रसोई में काम करते है। इनको बनाने वाली रसोईयां गुप्त हैं, जिन्हें ‘पोटू’ कहा जाता है।
लड्डू बनाने के लिए वहां के कारीगर आज भी तीन सौ साल पुराना पारंपरिक तरीका इस्तेमाल करते हैं। इस रसोई के साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है।यह इतनी बड़ी रसोई है की इसमे हर दिन 600 से ज्यादा लोग काम करते हैं। जो हर दिन 8 लाख लड्डू बनाते है।
Tirupati Balaji Laddu News की इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे जो इस मंदिर में दर्शन के लिए जाने वाला है या जाकर आया है।
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धन्यवाद!